बुधवार, 28 जुलाई 2021

Aaj Ka Prem / आज का प्रेम / Today's Love

Aaj-Ka-Prem-Today's-Love

Aaj Ka Prem / आज का प्रेम (Today's Love)

Aaj Ka Prem / आज का प्रेम (Today's Love)




मनुष्य (इस संसार का सबसे अद्भुत प्राणी),
जिसका प्रेम प्रत्येक छण !
कलेंडर से जल्दी बदलता है,
और समय से भी तेज चलता है !!

औरत (संसार की सबसे रहस्यमय प्रजाती),

को देखते ही प्रेम में पड़ जाता है !
और फिर जनसंख्या और महंगाई,
से भी तेज बढता जाता है !!

पहले ही दिन अट्रैक्सन होता है,

फिर कनेक्सन होता है !
दूसरे ही दिन कन्वेंसन होता है,
और अंत में इस प्रेम नामक दवा,
की एक्सपायरी डेट ख़त्म हो जाती है !!

और फिर मनुष्य (मोबाईल फोन),

से औरत नामक सीम निकाल दी जाती है !
और फिर सस्ती, टिकाऊ  और सुन्दर ऑफर,
वाले सिम (महिला) की तलाश शुरू हो जाती है !!


और कभी - कभी तो यह,
'शादी' नामक ज्वार तक पहुँच जाती है !
और फिर 'तलाक' नामक भाटा पर,
आकर ख़त्म होती है !!


ऋषभ शुक्ला

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15 टिप्‍पणियां:

  1. क्यों भाई, पुरुष और औरत में फुट डालने कि इक्षा है क्या ?

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  2. नहीं भाई बिल्कुल भी नहीं, मै तो बस आइना लेकर घूम रहा हूँ, जो देखना चाहता है, उसे दिखा देता हूँ. और अगर वह आइना देखेगा तो उसे थोड़ी सच्चाई तो दिखेगी ही.

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  3. औरत के बिना संसार में मनुष्य की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं ..
    औरत और मर्द गाडी के दो पहियें है एक पहिये से संसार नहीं चलता ..दोनों जरुरी हैं

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  4. thank you so much for coming here and gave compliment. Please visit again. thanks again.

    जवाब देंहटाएं
  5. आपकी लिखी रचना शनिवार 04 अक्टूबर 2014 को लिंक की जाएगी........... http://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  6. Please read this poem on Nayi- Purani Halchal

    http://hindikavitamanch.blogspot.in/2014/04/blog-post_8.html

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  7. Zabardast kaha hai aaj ke rishto ka stay yahi hai ...jitani tezi se bnti hai utani tezi se tutati hai ...!!

    जवाब देंहटाएं
  8. आपका बहुत बहुत आभार शिवम जी

    जवाब देंहटाएं
  9. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद.....

    जवाब देंहटाएं

आपका हमारे इस कविता मंच के साथ जुड़ने और अपने बहुमूल्य सुझाव के आपका बहुत - बहुत आभार. आपके सुझाव व विचार हमें नित लिखने और हमें सीखने प्रेरणा देते है. शुक्रिया.

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