बुधवार, 25 मार्च 2020

Desh Ke Bhavishya / देश के भविष्य (Future of Our Country)


Desh Ke Bhavishya / देश के भविष्य (Future of Our Country)



Desh Ke Bhavishya / देश के भविष्य (Future of Our Country)



बच्चो,
तुम इस देश के भविष्य हो,
तुम दिखते हो कभी,
भूखे, नंगे ||

कभी पेट की क्षुधा से,
बिलखते-रोते.
एक हाथ से पैंट को पकड़े,
दूजा रोटी को फैलाये ||

कभी मिल जाता है निवाला
तो कभी पेट पकड़ जाते लेट,
होली हो या दिवाली,
हो तिरस्कृत मिलता खाना ||

जब बच्चे ऐसे है,
तो देश का भविष्य कैसा होगा,
फिर भीबच्चो,
तुम ही इस देश के भविष्य हो ||

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2 टिप्‍पणियां:

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