मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

Ham Kaise Jiye / हम कैसे जिये (How We Live)

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Ham Kaise Jiye / हम कैसे जिये (How We Live)


हम इस दुनिया में कैसे जिये, 
जहा हर है तरफ है झूठ और मक्कारी ! 

जहा हमें बेबस लाचार और मुर्ख, 
समझती है ये दुनिया सारी !! 

हम इस दुनिया में कैसे जिए , 
अपनी खुशियों का पजामा कैसे सिये ! 

हो गयी है जिन्दगी मेरी जहर , 
इस कड़वे से सच को कैसे पीये !! 

रोज-रोज मरता रहूँ इसलिए की , 
कल सवेरा मेरी अंतिम शाम न बने ! 

हर समय लगता है डर इस बात का , 
कही हमारा भी उन जैसा अंजाम न बने !!


ऋषभ शुक्ला

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