Ajab-Gajab / अजब-गजब (Amazing) |
Ajab-Gajab / अजब-गजब (Amazing)
ये दुनिया देती हैं उसको,
जिसके पास ढेर सारा है |
उसको देती नही,
जो किस्मत का मारा है ||
किसी गरीब के बुलाने पर,
लोग जाने को नहीं तैयार हैं |
और रसूख वाले के यहाँ,
करते दिन-रात दरबार है ||
अनपढ को बात करने,
लायक भी नहीं समझते हैं |
लेकिन अंगुठाछाप मालिको को,
करते झुककर सलाम है ||
पैसे से बढकर नही कुछ,
इस जहां में भाई |
इन कागज के टुकड़ों को,
करते हम भी प्रणाम है ||
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